
100+ Deep Gulzar Quotes in Hindi and English: Reflections on Life, Love, and Everything in Between
Deep Gulzar quotes are a treasure trove of wisdom and inspiration. His words have the power to touch the soul and awaken the mind. Whether you’re looking for motivation, guidance, or simply a moment of peace, these quotes are sure to speak to you.
So take a moment to immerse yourself in the wisdom of this great artist, and let his words guide you on your journey through life.








92 Heart Touching Gulzar Quotes on Life, Love, Friendship, and Motivation
- उम्मीद भी है, घबराहट भी कि अब लोग क्या कहेंगे, और इससे बड़ा डर यह है कहीं ऐसा ना हो कि लोग कुछ भी ना कहें!!
- रिश्ते बनते थे उन का क्या होगा……
- सामने आए मेरे, देखा मुझे, बात भी की
- मुस्कुराए भी, पुरानी किसी पहचान की ख़ातिर
- कल का अख़बार था, बस देख लिया, रख भी दिया
- किताबें झांकती हैं बन्द अलमारी के शीशों से बड़ी हसरत से तकती हैं महीनों अब मुलाक़ातें नही होतीं जो शामें इन की सोहबत में कटा करती थीं, अब अक्सर गुज़र जाती हैं ‘कमप्यूटर’ के पर्दों पर बड़ी बेचैन रहती हैं किताबें…. इन्हें अब नींद में चलने की आदत हो गई है बड़ी हसरत से तकती हैं, ज
- चाँद के माथे पर बचपन की चोट के दाग़ नज़र आते हैं रोड़े, पत्थर और ग़ुल्लों से दिन भर खेला करता था बहुत कहा आवारा उल्काओं की संगत ठीक नहीं—!
- किताबों से कभी गुजरो तो यूँ किरदार मिलते हैं, गए वक्तों की ड्योढ़ी में खड़े कुछ यार मिलते हैं, जिसे हम दिल का वीराना समझकर छोड़ आये थे, वहाँ उजड़े हुए शहरों के कुछ आसार मिलते हैं !!
- ज़मीं भी उसकी, ज़मीं की ये नेमतें उसकी ये सब उसी का है, घर भी, ये घर के बंदे भी ख़ुदा से कहिये, कभी वो भी अपने घर आये!
- आसान नहीं था इस तरह अपनी जड़ें छोड़ कर चल देना। और उस पर ये भी पता नहीं था। कहाँ और कैसे बीजे जायेंगे। बीजे जायेंगे भी या नहीं। पेड़ से टूटी शाख़ों को अक्सर देखा था, धूप में सूखते, टूटते और फिर गर्द में रुल जाते ! !
- इल्म तो मिलता रहेगा बाद में भी मगर वो जो किताबों में मिला करते थे सूखे फूल और महके हुए रुक़्के किताबें मांगने, गिरने, उठाने के बहाने रिश्ते बनते थे उनका क्या होगा?
- कभी कभी बाज़ार में यूँ भी हो जाता है क़ीमत ठीक थी, जेब में इतने दाम नहीं थे ऐसे ही इक बार मैं तुम को हार आया था
- लफ़्ज़ों के दाँत नहीं होते, पर काटते हैं, और काट लें तो फिर उनके ज़ख़्म नहीं भरते! भिनभनाहट भी नहीं सुबह से घर में उसकी, मेरे बच्चों में घिरी बैठी है, ममता से भरा शहद का छत्ता लेकर!! सिरे उधड़ गये है, सुबह-ओ-शाम के वो मेरे दो जहान साथ ले गया ज़मीं से इस तरह बांधा गया हूँ मैं गले से ग्रैविटी का दाएमी पट्टा नहीं खुलता!
- बहुत दिन हो गये सच्ची!! तेरी आवाज़ की बौछार में भीगा नहीं हूँ मैं!
- ताज़ा ख़बरें, जो ताज़ा हैं, आज के लिये हैं हरी-हरी सब्ज़ ताज़ा तर्कारियां हैं सारी ये आज ही इस्तमाल कर के, भूल जायें!
- अख़बार उठाया तो कुछ छोटी-छोटी ख़बरें, गोद में आन गिरीं!
- डस्टबिन’ में फेंके हुये इक बच्चे को इक कुतिया ने तीन दिन तक दूध पिला कर ज़िन्दा रखा फिर लोग ले गये दिन रात वहीं, पंजों से अब वो कूड़ा कुरेदा करती है!
- मुझको इतने से काम पे रख लो जब भी सीने में झूलता लॉकेट उलटा हो जाए तो मैं हाथों से सीधा करता रहूँ उसको
- लेकिन मुस्कराने की शर्त पक्की है मुस्कराहट मुआवज़ा है मेरा मुझ को इतने से काम पे रख लो!
- सत्तर साल हुए हैं, मैं इस ट्रेफ़िक जैम में फँसा हुआ हूँ न्यु देहली की पार्लियामेंट रोड पे होड़ लगी है दायें तरफ़ की एक क़तार में धक्कम पेल लगी है कब से बायें तरफ़ कुछ और क़तारें उलझ गई हैं देखो तो बन्दे पर बन्दा चढ़ा हुआ है सीटें बांट रहा है कोई, कुर्सियाँ खींच रहा है न आगे बढ़ता है कोई, न पीछे हटता है ट्रेफ़िक जैम में फसाँ हुआ हूँ सत्तर साल हुए हैं!
- झुंबराला हलकेच स्पर्श करीत हवा वावरते घरात तेव्हा तुझ्या आवाजाचेच जणू ती शिंपण करत राहाते गुदगुल्या केल्या की तू अशीच खुदखुद हसायचीस ना!
- मैं जितनी भी ज़बानें बोल सकता हूँ वो सारी आज़माई हैं… ‘ख़ुदा’ ने एक भी समझी नहीं अब तक, न वो गर्दन हिलाता है, न वो हंकारा ही देता है!
- अपनी मर्ज़ी से तो मज़हब भी नहीं उसने चुना था, उसका मज़हब था जो माँ बाप से ही उसने विरासत में लिया था— अपने माँ बाप चुने कोई ये मुमकिन ही कहां है मुल्क में मर्ज़ी थी उसकी न वतन उसकी रज़ा से वो तो कुल नौ ही बरस का था उसे क्यों चुन कर, फ़िर्क़ादाराना फ़सादात ने कल क़त्ल किया—!!
- चौक के बीचों बीच मगर, उस लोहे के जंगले के अन्दर, इक अंग्रेज़ का बुत था पहले, अब, गाँधी की मूर्ती है। लेकिन अब तो—— सन् उन्नीस सौ बानवे है!!
- ज़रा अलफ़ाज़ के नाख़ुन तराशो, बहुत चुभते हैं जब नाराज़गी से बात करती हो!!
- कोई नज़्म कहो, वक़्त की नब्ज़ रुकी है! कुछ कहो, वक़्त की नब्ज़ चले!!
- ज़हरीले मछ्छर मारो, आवाज़ों के सूजन हो जाती है इन के काटे से। मछ्छरदानी तान के जीना मुश्किल है।।
- मेरे दर्द सहे हैं तूने, तेरी सारी पीड़ें मेरे पोरों में से गुज़री हैं, साथ जिये हैं— साथ मरें ये कैसे मुमकिन हो सकता है? दोनों में से एक को इक दिन, दूजे को शम्शान पे छोड़ के, तन्हा वापस लौटना होगा!!
- बस चन्द करोड़ों सालों में सूरज की आग बुझेगी जब और राख उड़ेगी सूरज से जब कोई चाँद न डूबेगा और कोई ज़मीं न उभरेगी तब ठंडा बुझा इक कोयला सा टुकड़ा ये ज़मीं का घूमेगा भटका भटका मद्धम ख़किसत्री रोशनी में! मैं सोचता हूँ उस वक़्त अगर काग़ज़ पे लिखी इक नज़्म कहीं उड़ते उड़ते सूरज में गिरे तो सूरज फिर से जलने लगे!!
- दूधिया तारों पे पांव रखता चलता रहता हूँ यही सोच के मैं कोई सय्यारा अगर जागता मिल जाए कहीं इक पड़ोसी की तरह पास बुला ले शायद और कहे आज की रात यहीं रह जाओ तुम ज़मीं पर हो अकेले मैं यहां तन्हा हूँ।
- ख़ामोशी का हासिल भी इक लम्बी सी ख़ामोशी है। उन की बात सुनी भी हमने अपनी बात सुनाई भी।।
- अगर आँसुओ की किम्मत होती। तो कल रात का तकिया अरबों का होता।।
- मुस्कुराने से शुरू और रुलाने पर खत्म ये वो जुर्म हैं जिसे लोग मोहब्बत कहतें हैं।
- क़िताबें माँगने, गिरने, उठाने के बहाने जो रिश्ते बनते थे अब उनका क्या होगा, वो शायद अब नही होंगे।।
- एक उम्मीद बार बार आ कर, अपने टुकड़े तलाश करती है। बूढ़ी पगडंडी शहर तक आ कर, अपने बेटे तलाश करती है।।
- उठाए फिरते थे एहसान जिस्म का जाँ पर। चले जहाँ से तो ये पैरहन उतार चले।।
- आदतन तुम ने कर दिये वादे आदतन हम ने ऐतबार किया।
- हाथ छूटे भी तो रिश्ते नहीं छोड़ा करते। वक़्त की शाख़ से लम्हें नहीं तोड़ा करते।।
- सिर्फ आवाज देने से ही कारवां नहीं रुका करते। देखा ये भी जाता है कि पुकारा किसने है।।
- वो एक दिन एक अजनबी को, मेरी कहानी सुना रहा था। वो उम्र कम कर रहा था मेरी, मैं साल अपने बढ़ा रहा था।।
- तुम्हारा क्या तुम्हें तो राह दे देते हैं काँटे भी। मगर हम खांकसारों को बड़ी तकलीफ़ होती है।।
- सहर न आई कई बार नींद से जागे। थी रात रात की ये ज़िंदगी गुज़ार चले।।
- आँखों से आँसुओं के मरासिम पुराने हैं। मेहमाँ ये घर में आएँ तो चुभता नहीं धुआँ।।
- जैसे कहीं रख के भूल गए हों, बेफिक्र वक्त अब मिलता ही नही।।
- नाम होते हैं रिश्तों के कुछ रिश्ते नाम के होते हैं।
- बड़ी हसरत है पूरा एक दिन इक बार मैं अपने लिए रख लूं, तुम्हारे साथ पूरा एक दिन बस खर्च करने की तमन्ना है।।
- जिस की आँखों में कटी थी सदियाँ उस ने सदियों की जुदाई दी है।।
- कोई न कोई रहबर रस्ता काट गया। जब भी अपनी रह चलने की कोशिश की।।
- अब ज़रा सी भर गई हो तुम ये वजन तुम पर अच्छा लगता है।
- आईना देख के तसल्ली हुई हम को इस घर में जानता है कोई।
- छोटी-छोटी बातों की हैं यादें बड़ी, भूले नहीं, बीती हुई एक छोटी घड़ी।
- जिन्दगी की दौड़ में, तजुर्बा कच्चा ही रह गया। हम सीख न पाये ‘फरेब’, और दिल बच्चा ही रह गया।।
- कहू क्या वो बड़ी मासूमियत से पूछ बैठे हैं। क्या सचमुच दिल के मारों को बड़ी तकलीफ़ होती है।।
- चलो अच्छा हुआ जो तुम मेरे दर पे नहीं आए, तुम झुकते नहीं और मै चौखटें ऊंची कर नही पाता।।
- कल का हर वाक़िआ तुम्हारा था। आज की दास्ताँ हमारी है।।
- जीवन से लंबे हैं बंधु, ये जीवन के रस्ते एक पल थम के रोना होगा, एक पल चलना हँस के।
- वो आके पेहलू में ऐसे बैठे, के शाम रंगीन हो गयी है ज़रा ज़रा सी खिली तबियत, ज़रा सी ग़मगीन हो गयी है।
- ये शर्म है या हया है, क्या है, नज़र उठाते ही झुक गयी है। तुम्हारी पलकों से गिरती शबनम हमारी आंखों में रुक गयी है।।
- चंद उम्मीदें निचोड़ी थीं तो आहें टपकीं। दिल को पिघलाएँ तो हो सकता है साँसें निकलें।।
- आओ ज़बानें बाँट लें अब अपनी अपनी हम। न तुम सुनोगे बात, ना हमको समझना है।।
- उसे ये ज़िद है कि मैं पुकारूँ। मुझे तक़ाज़ा है वो बुला ले।।
- तेरा चेहरा ही लिये घूमता हूँ, शहर में तबसे। लोग मेरा नहीं, एहवाल तेरा पूछते हैं, मुझ से।।
- जाना किसका ज़िक्र है इस अफ़साने में। दर्द मज़े लेता है जो दुहराने में।।
- काश इक बार कभी नींद से उठकर तुम भी हिज्र की रातों में ये देखो तो क्या होता है।
- कभी तो चौंक कर देखे कोई हमारी तरफ किसी की आँख मे हमको भी इंतज़ार दिखे।।
- कितनी लम्बी ख़ामोशी से गुज़रा हूँ। उन से कितना कुछ कहने की कोशिश की।।
- सेह़मा सेह़मा ड़रा सा़ रहता है जा़ने क्यों जी़ भ़रा सा़ रहता है।।
- उसी का इमान बदल गया है कभी जो मेरा ख़ुदा रहा था।।
- तेरी राहों में हर बार रुक कर हम ने अपना ही इन्तज़ार किया।
- अब ना माँगेंगे जिन्दगी या रब ये गुनाह हम ने एक बार किया।
- जाय़का अ़लग सा़ है़ मे़रे लफ़्ज़ों का के़ कोई़ सम़झ ऩही पा़ता, को़ई भूला़ नहीं पा़ता।
- एक कमीज़ अब कितने दिन कोई पहनेगा कॉलर मैले,आस्तीन उधड़ी-उधड़ी नया कोई मज़हब आये तो कपड़े बदलूँ ।
- च़ख क़र देखी़ है़ क़भी तन्हाई तुम़ने ? मैने देखी़ है़ ब़ड़ी ईमानदार सी़ लग़ती है।
- ल़की़रें है़ तो रह़ने दो, कि़सी ने़ रू़ठ कर गुस्से़ में शायद़ खींच दी़ थी, उन्ही को अब बनाओ पाला़, औऱ आ़ओ क़बड्डी खेल़ते हैं।।
- मुझे ऐसे मरना है, जैसे लिखते-लिखते स्याही ख़त्म हो जाए।
- दफ़्न कर दो हमें कि साँस मिले नब्ज़ कुछ देर से थमी सी है।।
- खुशबू जैसे लोग मिले अफ़साने में एक पुराना खत खोला अनजाने में ।
- ह़म कैसे़ करे ख़ुद को़ ते़रे प्यार के़ काबिल, जब़ बदल़ते है़ हम़, तो तु़म श़र्ते बद़ल दे़ते हो।।
- खुली किताब के सफ़्हे उलटते रहते हैं। हवा चले न चले दिन पलटते रहते हैं।।
- कब आते हो कब जाते हो दिन में कितनी-कितनी बार मुझको – तुम याद आते हो।
- वक़्त रहता नहीं कहीं थमकर इस की आदत भी आदमी सी है।
- वो कटी फटी हुई पत्तियां, और दाग़ हल्का हरा हरा। वो रखा हुआ था किताब में, मुझे याद है वो ज़रा ज़रा।।
- जंगल जंगल बात चली है पता चला है अरे चड्डी पहन के फूल खिला है फूल खिला है।
- खुले दरीचे के पीछे दो आँखें झाँकती हैं अभी मेरे इंतज़ार में वो भी जागती हैं।
- अपने साये से चौंक जाते हैं उम्र गुजरी है इस क़दर तनहा।।
- तुम्हारी ख़ुश्क सी आँखें भली नहीं लगतीं। वो सारी चीज़ें जो तुम को रुलाएँ, भेजी हैं।।
- मैं किस वतन की तलाश में यूँ चला था घर से कि अपने घर में भी अजनबी हो गया हूँ आ कर ।
- कोई अटका हुआ है पल शायद। वक़्त में पड़ गया है बल शायद।।
- इतना क्यों सिखाये जा रही है ज़िन्दगी हमें कौन सी सदियाँ गुज़ारनी है यहाँ।।
- आ रही है जो चाप क़दमों की। खिल रहे हैं कहीं कँवल शायद।।
- ज़मीं सा दूसरा कोई सख़ी कहाँ होगा। ज़रा सा बीज उठा ले तो पेड़ देती है।।
- वो़ मोहब्बत भी़ तु़म्हारी थी़ नफरत भी़ तुम्हारी़ थी़, हम़ अपनी़ वफ़ा का़ इंसाफ कि़ससे़ माँगते़ वो़ शहर भी़ तुम्हारा़ था वो़ अदालत भी़ तुम्हारी़ थी।।
5 Reality Gulzar Quotes on Life
Here are some profound quotes by Gulzar on the reality of life:
- मिलता तो बहुत कुछ है इस ज़िन्दगी में, बस हम गिनती उसी की करते है जो हासिल ना हो सका।
- ज़िंदगी की लंबाई नहीं, बल्कि गहराई मायने रखती है।
- गुजरते दिनों का नहीं, बल्कि यादगार लम्हों का नाम है जिंदगी।
- ज़िंदगी में हजारों लोग आवाज देंगे, मगर वही बैठना जहां बैठकर अपनेपन का एहसास हो।
- शब्र करो जिसके तुम काबिल हो, वो हर चीज़ तुम्हें ज़िंदगी जरूर देगी।
5 Zindagi Gulzar Quotes
Check these famous Gulzar quotes on Zindagi:
- एक सपने के टूटकर चकनाचूर हो जाने के बाद, दूसरा सपना देखने के हौसले का नाम जिंदगी हैं।
- हर रोज गिर कर भी मुकम्मल खड़े है, ए-ज़िंदगी देख मेरे हौसले तुझसे भी बड़े है।
- लगता है ज़िन्दगी आज खफा है चलिए छोड़िये, कोनसी पहली दफा है।
- चूम लेता हूं हर मुश्किलों को मैं अपना मानकर, जिंदगी कैसी भी है आखिर है तो मेरी।
- ज़िंदगी यूँ हुई बसर तन्हा, क़ाफ़िला साथ और सफ़र तन्हा।
11 Gulzar Quotes in English
Here are some beautiful Gulzar quotes in English on life, dreams, sorrow, and death:
- When you face your fear, you become familiar with it and familiarity makes it lose its meaning, loosen its grip—fear ceases to be fear.
- Dreams heed no borders, the eyes need no visas With eyes shut I walk across the line in time All the time.
- The wounds will take decades to heal, centuries to overcome the trauma.
- What did we have at our home that your sorrow could wreck? All we had was a desire to create, and that is still there.
- The importance of a story doesn’t merely lie in the development of its plot and the characters involved in it, but in its exploration of consciousness.
- The powerful alchemy of his storytelling transforms the atthanni—the half a rupee coin – into a rupaiya.
- This arrogant, conceited history strides with her head in the clouds and never looks down. She does not realize how she crushes millions of people beneath her feet. The common people. She doesn’t understand that one may cut a mountain in two, but people? It’s a hard task, Bhai, to cut one people in two. They bleed.
- A deep sigh coursed through the gathering. Master Fazal said, “History will keep on marching like this. The names of a few people will stick to her fabric. She will register those. there was Hitler, there was Mussolini, Churchill and Joseph Stalin, among others. this time the names maybe Mahatma Gandhi, Jawaharlal Nehru, Jinnah, Subhash Bose! But the names of the lakhs and crores who have lost their lives will be nowhere. They will be mere numbers in which all of us will be included!”.
- Death you are a poem. And I’ve been promised by a poem, that it shall meet me.
- It is believed that a community, a society, a nation is as strong and healthy as the stories they tell themselves.
- A good storyteller is the conscience-keeper of a nation.
5 Romantic Gulzar Quotes
These eloquently written romantic Gulzar quotes portray the true essence of romance:
- यूँ भी इक बार तो होता कि समुंदर बहता। कोई एहसास तो दरिया की अना का होता।
- आप के बाद हर घड़ी हम ने आप के साथ ही गुज़ारी है।
- तुमको ग़म के ज़ज़्बातों से उभरेगा कौन, ग़र हम भी मुक़र गए तो तुम्हें संभालेगा कौन!
- तुम्हे जो याद करता हुँ, मै दुनिया भूल जाता हूँ । तेरी चाहत में अक्सर, सभँलना भूल जाता हूँ ।
- जागना भी काबुल है तेरी यादों में रातभर, तेरे अहसासों में जो सुकून है वो नींद में कहाँ!
5 Quotes on Smile in Hindi by Gulzar
Here are some quotes on smile in Hindi by Gulzar that remind us the power of a smile:
- विज्ञान सोचना सिखाता है, लेकिन प्रेम मुस्कुराना सिखाता है ।
- एक मुस्कान मुसीबत से निकलने का सबसे अच्छा तरीका है, तब भी जब ये बनावटी हो ।
- चलिए हम हमेशा एक दुसरे से मुस्कान के साथ मिलें, क्योंकि मुस्कान प्रेम की शुरुआत है ।
- एक पल के लिए ही सही, किसी और के चेहरे की मुस्कान बनो ।
- जरा मुस्कुरा के देखो, दुनिया हँसती नजर आएगी ।
5 Gulzar Quotes on Love
These beautiful Gulzar quotes on love perfectly capture the delicateness of the feeling:
- मोहब्बत आपनी जगह, नफरत अपनी जगह, मुझे दोनो है तुमसे।
- वो चीज जिसे दिल कहते हैं, हम भूल गए हैं रख कर कहीं!
- सोचो कितनी खूबसूरत होगी जिंदगी जब दोस्त मोह्ब्बत और हमसफऱ तीनो एक ही इंसान हो।
- जरुरत नहीं हर चाहत का मतलब इश्क ही हो कभी कभी कुछ अंजान रिश्तो के लिए भी दिल बेचैन हो जाता है।
- ज़रा ज़रा सी बात पर तकरार करने लगे हो, लगत है मुझसे बेइन्तेहा प्यार करने लगे हो।
4 Inspirational Deep Gulzar Quotes
Check these inspirational deep Gulzar quotes that’ll help you keep going in trying times:
- आइना देख कर तसल्ली हुई हम को इस घर में जानता है कोई।
- अच्छी किताबें और अच्छे लोग तुरंत समझमें नहीं आते उन्हें पढना पड़ता हैं।
- एक मिनट में ज़िन्दगी नहीं बदलती मगर एक मिनट सोच कर लिया गया फैसला पूरी ज़िन्दगी बदल देता है।
- ख्वाब टूटे है मगर हौसले तो ज़िंदा है, हम वो शख्स है जहां मुश्किलें शर्मिंदा है।
5 Sad Gulzar Quotes
Here are some sad Gulzar quotes:
- दिन कुछ ऐसे गुज़ारता है कोई जैसे एहसान उतारता है कोई।
- काँच के पीछे चाँद भी था और काँच के ऊपर काई भी, तीनों थे हम वो भी थे और मैं भी था तन्हाई भी।
- शाम से आँख में नमी सी है, आज फिर आप की कमी सी है।
- मुद्दतें लगी बुनने में ख्वाब का स्वेटर, तैयार हुआ तो मौसम बदल चूका था!
- काई सी जम गई है आँखों पर, सारा मंज़र हरा सा रहता है।
4 Gulzar Motivational Quotes in Hindi
Check these deep Gulzar motivational quotes in Hindi:
- मैं हर रात सारी ख्वाहिशों को खुद से पहले सुला देता, हूँ मगर रोज़ सुबह ये मुझसे पहले जाग जाती है।
- मैं दिया हूँ! मेरी दुश्मनी तो सिर्फ अँधेरे से हैं, हवा तो बेवजह ही मेरे खिलाफ हैं।
- कुछ अलग करना हो तो भीड़ से हट के चलिए, भीड़ साहस तो देती हैं मगर पहचान छिन लेती हैं।
- मुश्किल वक़्त में भी जिसने मुस्कुराना सीख लिया दुनिया की कोई ताकत उसे हरा नहीं सकती।
5 Relationship Gulzar Quotes
Here are some meaningful quotes on relationships by Gulzar:
- कुछ युही चलेगा तेरा मेरा रिश्ता ज़िन्दगी भर, मिल गए तिह बाते लम्बी न मिले तो यादें लंबी।
- बेसक लड़ाई किया करो, नराज रहा करो, ज़िन्दगी है इसका भरोसा नहीं, साथ रहा करो।
- इतने बवकूफ नहीं है जो तुम्हे भूल जाएंगे, अक्सर चुप रेहने वाले प्यार बोहोत करते है।
- तुझसे नाराज़ होकर तुझसे ही बात करने का मन, ये दिल का सिलसिला भी कभी ना समझ पाए हम।
- हाल एसा है मेरा की तेरे ही गले लग कर, तेरी ही शिकायत करनी है मुझे।
4 Gulzar Quotes on Friendship
These Gulzar quotes on friendship depict the bitter-sweet nature of friendship perfectly:
- थोड़ी थोड़ी गुफ़्तगू करते रहिए दोस्तो से, जाले लग जाते है बंद कमरो मे।
- प्यार छोड़ो तुम मेरे दोस्त ही बने रहो, सुना है प्यार मुकर जाता है लेकिन यार नहीं।
- भारी महफ़िल में दोस्ती का ज़िक्र हुआ, हमने तो बस तुम्हारी और देखा और लोग वाह वाह करन लागे।
- जब दोस्त तरकी करे तो फक्र से कहो वो मेरे दोस्त है, और जब दोस्त मुसीबत मे हो तो फक्र से कहो मैं उसका दोस्त हु।
2 Barish Quotes by Gulzar
Here are two beautiful quotes on barish (rain) by Gulzar:
- बेशूमार मोहब्बत होगी उस बारिश की बूँद को इस ज़मीन से यूँ ही नहीं कोई मोहब्बत मे इतना गिर जाता है।
- आज़माइश की थी कल रात ख़ुदाओं के लिये कल मेरे शहर में घर उनके जलाये सब ने!! बारिश के जाने के बाद भी, देर तलक टपका रहता है! तुमको छोड़े देर हुयी है— आँसू अब तक टूट रहे हैं बहता दरिया, पल के पल बस रुक जाता है— इतनी सी उम्मीद लिये— शायद फिर से देख सके वह, इक दिन उस लड़की का चेहरा, जिसने फूल और तुलसी उसको पूज के अपना वर माँगा था—
3 Good Morning Quotes by Gulzar
Check these good morning quotes by Gulzar that’ll make your day:
- अगर आपके अन्दर बस एक मुस्कान बची है, तो उसे उन्हें दीजिये जिनसे आप प्रेम करते हैं। शुभ प्रभात!
- शांति की शुरुआत एक मुस्कान के साथ होती है। शुभ प्रभात!
- हमेशा उन्ही के करीब मत रहिए जो आपको खुश रखते है, बल्कि कभी उनके भी करीब जाइए जो आपके बिना खुश नही रहते है। शुभ प्रभात!
5 Gulzar Birthday Quotes
These birthday quotes are perfect to wish Gulzar on his special day:
- Happy birthday, Gulzar! May this year be filled with love, laughter, and all your heart’s desires.
- Wishing a very happy birthday to the one and only Gulzar! May your special day be as amazing as you are.
- On your birthday, Gulzar, I wish you all the happiness, health, and prosperity in the world. May every day be as special as you are.
- Happy birthday, dear Gulzar! May you have the most amazing day, surrounded by all your loved ones.
- Sending all my love and birthday wishes to Gulzar on this special day. May all your dreams come true and may you have an unforgettable year ahead.
FAQ
Who is Gulzar?
Gulzar is a renowned Indian poet, lyricist, and filmmaker. He has written lyrics for numerous Bollywood films and is known for his deep, poetic writing style. He has also directed and produced several films and won multiple awards for his work in literature and cinema.
When is Gulzar’s Birthday?
Gulzar’s birthday is August 18, 1934.
What is Gulzar’s Real Name?
Gulzar’s real name is Sampooran Singh Kalra.
Why does Gulzar use a Pen Name?
Gulzar chose to use a pen name because his father did not approve of his writing and wanted him to pursue a more practical career. Rather than giving up his passion for writing, Gulzar decided to write under a pseudonym so that he could continue to express himself creatively without causing any conflict with his father.
Is Gulzar Married?
Yes, Gulzar is married. He is married to actress and singer Rakhee, also known as Rakhee Gulzar.
Does Gulzar have Children?
Yes, Gulzar has one daughter, Meghna Gulzar, a film director.
What is the meaning of the name Gulzar?
The meaning of the name Gulzar is “garden” or “bed of roses” in Persian. Gulzar chose this name as a tribute to his love of nature and poetry, and it reflects his profound and poetic writing style.
Why is Gulzar Famous?
Gulzar is famous for his work as a lyricist in Indian cinema. He began his career as a lyricist with the film “Bandini” in 1963 and has since become known as one of the finest lyricists in Indian cinema. In addition to his work as a lyricist, Gulzar has also made a name for himself as an author, film director, poet, scriptwriter, and dialogue writer. He has diverse talents and has made significant contributions to the literary and cinematic worlds.
Is Gulzar on Instagram?
Yes, Gulzar has an official Instagram account where he shares updates and insights about his work and personal life. The account is verified and can be found under the handle @gulzar.official.
What is the Writing Style of Gulzar?
Gulzar writes in Hindustani, and his published works can be found in the Persian and Devanagri scripts. He is known for his deep and poetic writing style, which often touches on themes of love, loss, and the human experience.
Which Song Written by Gulzar won an Oscar?
The song “Jai Ho,” written by Gulzar, won an Oscar for Best Original Song in 2009. This song was featured in the film “Slumdog Millionaire,” which won eight Academy Awards in total, including Best Picture.
How many Awards did Gulzar Win?
Throughout his career, Gulzar has won 36 awards and honors for his work as a lyricist, filmmaker, and writer. These awards include 5 National Film Awards, 22 Filmfare Awards, 1 Academy Award for Best Original Song, 1 Grammy Award, the 2002 Sahitya Akademi Award for Urdu, the Padma Bhushan, and the 2013 Dadasaheb Phalke Award. These awards recognize Gulzar’s many contributions to literature and cinema and reflect his status as a highly respected and accomplished figure in the cultural world.